Saturday, January 30, 2010

My First Post - Mathur Vaishya Darpan

॥ प्रार्थाना ॥


वह शक्ति हमें दो दयानिधे , कर्तव्य मार्ग पर डट जावें॥

पर सेवा , पर उपकार में हम, जग जीवन सफल बना जावें॥

हम दीन-दुखी , निबलों-विकलों, के सेवक बन सन्ताप हरें॥

जो हों अटके , भूले-भटके, उनको तारें, खुद तर जावें॥

छल , दम्भ, द्वेष, पाखण्ड, झूठ, अन्याय से निसदिन दूर रहें॥

जीवन हो शुद्व सरल अपना , शुचि प्रेम सुधा रस बरसावें॥

निज आन , मान मर्यादा का, प्रभु ध्यान रहे अभिमान रहे॥

जिस देश जाति में जन्म लिया , बलिदान उसी पर हो जावें॥

वह शक्ति हमें दो दयानिधे , कर्तव्य मार्ग पर डट जावें॥

पर सेवा , पर उपकार में हम, जग जीवन सफल बना जावें॥

3 comments:

  1. Thanks dear for adding new website for Mathur Vaishya Samaj. I hope it will help to spread wings for our society. All the best!!!

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  2. Dear Vishnu.i appreciate your work abut our community
    sandeep Agra

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    Replies
    1. smt sumitra rakesh guptaJuly 1, 2013 at 12:39 PM

      JO PRARTHNA GAYI GYI HAI ,KASH USKE BOLON KI TARAH HI SAMAJ KE LOGON KI BHAVNA AUR VICHAR HOTE.

      SMT SUMITRA RAKESH GUPTA
      09987648582 KALYAN MUMBAI

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